Dienstag, 3. Februar 2015

आइए आपके धन को दो गुणा करें

मित्रो, अपने अल्प जीवन मैं अनेक यात्राएँ करने का सौभाग्या प्राप्त हुआ ! मेरी अधिकतर यात्राएँ अकेले ही की गयी हैं ! अकेले घूमने मैं जो ध्यान रहता है और उस ध्यान से जो अनुभव जन्म लेता है, वह बहुमूल्य है ! सारे अनुभवों के विषय मैं इस माध्यम के द्वारा बताना संभव ना होगा किंतु कुछ विशेष अनुभव का उल्लेख निश्चित ही करना चाहूँगा ! आशा है की आप लाभान्वित होंगे !

मित्रो चाहे गोआ हो, दिल्ली हो , पॅरिस हो या फ्रॅंकफर्ट , आपके धन को दो गुणा करने वाले व्यक्ति हर जगह मिलेंगे ! मध्यम अलग अलग हो सकते हैं किंतु ध्येय एक ही होता है आपके धन को दो गुणा करना ! ये आपके हितार्थ सड़क प्र चटाई बिछाते है  , शोर मचा क्र आपको आकर्षित करते हैं और वस्तुतः अधिकतर व्यक्ति प्रलोभन मैं पड़ मूलधन भी गवाँ देते हैं ! अनेक मित्र अपने इस अनुभव के विषय मैं बता चुके हैं और कई ना बताना चाहते भी बता जाते हैं!  सौभाग्य से मैने इस विषय के बारे मैं विचार कर लिया था कि अगर इन व्यक्तियों मैं धन को दो गुणा करने की क्षमता होती तो वो सड़क पे चटाई बिछा के ना बैठे होते !

कृपया कर यह सुनिश्चित कर लें की सामने वाला व्यक्ति जो प्रलोभन दे रहा है , क्या उसमें उसको सिद्ध करने की क्षमता है ! आपको सब सस्ता करने का प्रलोभन दे किंतु ये ना बताए की धन कहाँ से आएगा तो समझ जाइए की कुछ गोरखधन्दा है !  बहुत दुःख की बात हैं कि अनेक वृद्ध व्यक्ति अपने जीवन काल  मैं अर्जित धन को ऐसी "चिट " कंपनियों के  झांसे मैं आकर लुटा  चुके हैं ! मित्रो "चौबे जी गये थे छब्बे जी बनने और दूबे जी बनके लौटे " जैसी कहावतें ऐसे ही मित्रो के लिए लिखी गयी हैं ! स्मरण रखिए लालच बुरी बला है !

कृपया कर इसे आगामी  दिल्ली चुनाव  से जोड़कर न देंखें !

अंतरिक्ष् भारद्वाज  की कलम से ! 

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